" चल फिर उड़ान भरे"
(By:Dr Deepti Goel)
चल फिर ,उड़ान भरे,
अपने पंखों को फिर ,तैयार करें ।
जब तक है, विश्वास अपने में,
भरेंगे रंग ,अपने सपनों में ।
जब तक है ,यह फतूर,
कि जाना है, बहुत दूर ।
उड़नी है, ऊंची उड़ान ,
बनानी है ,खुद की पहचान ।
जब तक है जान ,
भरते रहेंगे उड़ान ।
अपने पंख ,फैलाती जा,
हिम्मत तू, दिखाती जा ।
हौसले बुलंद रख ,
खुद पर, यकीन रख ।
कदम तू , बड़ाती जा ,
चुनौतियों को, हटाती जा ।
मंजिल की ओर दे ध्यान ,
बनेगी इक दिन, तेरी पहचान ।
है मंजिल हमारी कि ,आए किसी के काम,
और दुनिया करे, हमें भी सलाम ।
अपने पंख फैलाती जा,
दूसरों को राह, दिखाती जा ।
चल फिर उड़ान भरे,
अपने पंखों को, फिर तैयार करें ।
Awesome and superb 👍👍👏👏
ReplyDeleteThank you:)
DeleteBeautiful 👍👍
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